Blog

HOME / BLOG

माइग्रेन(Migraine): एक दर्दनाक सिरदर्द से कहीं ज्यादा

Migraine

माइग्रेन(Migraine) एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिससे व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है। यह सिर्फ एक साधारण सिरदर्द नहीं है, बल्कि इसके साथ कई और लक्षण भी जुड़े होते हैं। इस ब्लॉग में हम आपको माइग्रेन के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिससे आप इस बीमारी को समझ सकें और इससे निपटने के तरीके जान सकें।

(Migraine)माइग्रेन क्या है?

माइग्रेन(Migraine) एक प्रकार का सिरदर्द है, जो आमतौर पर सिर के एक हिस्से में तेज दर्द के रूप में होता है। इसके साथ ही मतली, उल्टी, रोशनी और आवाज के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। माइग्रेन(Migraine) का दर्द इतना तेज हो सकता है कि इससे व्यक्ति का रोजमर्रा का कामकाज प्रभावित हो जाए।

images 17
Source – Sahyadri Hospital

(Migraine)माइग्रेन के लक्षण

माइग्रेन(Migraine) के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • सिरदर्द: आमतौर पर सिर के एक तरफ धड़कते हुए दर्द के रूप में होता है, जो मध्यम से गंभीर हो सकता है।
  • मतली और उल्टी: माइग्रेन(Migraine) के साथ अक्सर मतली और उल्टी की शिकायत होती है।
  • रोशनी, आवाज और गंध के प्रति संवेदनशीलता: माइग्रेन(Migraine) के दौरान रोशनी, तेज आवाज, और कुछ गंध असहनीय लग सकती हैं।
  • थकान और कमजोरी: माइग्रेन(Migraine) के अटैक के बाद अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होती है।
  • धुंधली दृष्टि या आँखों के सामने चमकती रोशनी: कुछ लोगों को माइग्रेन के दौरान दृष्टि संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।

(Migraine)माइग्रेन के चरण

माइग्रेन(Migraine) के चार चरण होते हैं:

migraine timeline 1296x848 body 1024x670 1
Source – Medical News Today
  1. प्रोड्रोम: यह माइग्रेन(Migraine) के अटैक से कुछ दिन पहले होता है। इस दौरान व्यक्ति को मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन, भूख में बदलाव, और गर्दन में अकड़न जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
  2. ऑरा: यह माइग्रेन(Migraine) के अटैक से ठीक पहले या उसके दौरान होता है। इस दौरान व्यक्ति को दृष्टि संबंधी समस्याएं, जैसे धुंधली दृष्टि, चमकती रोशनी, या अंधे धब्बे दिखाई दे सकते हैं।
  3. अटैक: यह माइग्रेन(Migraine) का सबसे दर्दनाक चरण होता है। इस दौरान व्यक्ति को सिरदर्द, मतली, उल्टी, और अन्य लक्षण महसूस हो सकते हैं।
  4. पोस्टड्रोम: यह माइग्रेन(Migraine) के अटैक के बाद होता है। इस दौरान व्यक्ति को थकान, कमजोरी, और मूड में बदलाव जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।

Note: यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये घरेलू उपाय सभी के लिए काम नहीं करते हैं। यदि आपको कोई लाभ नहीं होता है, तो डॉक्टर से अन्य उपचार विकल्पों के बारे में बात करें।

Patanjali Nutrela Sports WHEY

(Migraine)माइग्रेन के कारण

माइग्रेन(Migraine) के सही कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन कुछ कारक जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं, वे हैं:

  • जेनेटिक्स: अगर आपके परिवार में किसी को माइग्रेन है, तो आपको भी होने की संभावना अधिक होती है।
  • हार्मोनल बदलाव: महिलाओं में मासिक धर्म, गर्भावस्था, और रजोनिवृत्ति के दौरान माइग्रेन के अटैक होने की संभावना अधिक होती है।
  • कुछ खाद्य पदार्थ और पेय: चॉकलेट, रेड वाइन, और प्रोसेस्ड फूड कुछ लोगों में माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं।
  • तनाव: तनाव माइग्रेन का एक आम ट्रिगर है।
  • नींद की कमी: पर्याप्त नींद न लेना भी माइग्रेन का कारण बन सकता है।

(Migraine)माइग्रेन के प्रकार

माइग्रेन(Migraine) के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

How to cure migraine
Source – HerZindagi
प्रकारलक्षण
ऑरा के साथ माइग्रेनसिरदर्द से पहले या उसके दौरान दृष्टि संबंधी समस्याएं, जैसे चमकती रोशनी या अंधे धब्बे।
ऑरा के बिना माइग्रेनसिरदर्द के साथ मतली, उल्टी, और रोशनी और आवाज के प्रति संवेदनशीलता, लेकिन दृष्टि संबंधी समस्याएं नहीं होतीं।
क्रोनिक माइग्रेनमहीने में 15 या उससे अधिक दिनों तक सिरदर्द रहना।
वेस्टिबुलर माइग्रेनसिरदर्द के साथ चक्कर आना, संतुलन बिगड़ना, और कानों में आवाज आना।

(Migraine)माइग्रेन का निदान

माइग्रेन(Migraine) का निदान करने के लिए डॉक्टर आपके लक्षणों के बारे में पूछेंगे और आपकी मेडिकल हिस्ट्री की जांच करेंगे। कुछ मामलों में, वे आपको कुछ टेस्ट, जैसे MRI या CT स्कैन कराने की सलाह भी दे सकते हैं।

(Migraine)माइग्रेन का इलाज

माइग्रेन(Migraine) का कोई स्थायी इलाज नहीं है। लेकिन दवाएं और जीवनशैली में बदलाव करके इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है।

images 18

दवाएं:

  • दर्द निवारक दवाएं: जैसे पैरासिटामोल, ibuprofen, और naproxen, माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं।
  • ट्रिप्टान्स: ये दवाएं माइग्रेन के अटैक को रोकने या कम करने में मदद कर सकती हैं।
  • एंटी-इमेटिक्स: ये दवाएं मतली और उल्टी को कम करने में मदद कर सकती हैं।

जीवनशैली में बदलाव

  • नियमित नींद: पर्याप्त नींद लें।
  • तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान, और व्यायाम जैसी तकनीकों से तनाव कम करें।
  • स्वस्थ आहार: फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और लीन प्रोटीन से भरपूर आहार लें।
  • नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
  • ट्रिगर्स से बचें: उन खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचें जो आपके माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं।

(Migraine)माइग्रेन के घरेलू उपाय

माइग्रेन एक गंभीर सिरदर्द है जो आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। यह सिर्फ एक साधारण सिरदर्द नहीं है, बल्कि इसके साथ कई और लक्षण भी जुड़े होते हैं।

यहां कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं जो माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं:

  • ठंडी सिकाई: माथे पर ठंडी सिकाई करने से दर्द कम हो सकता है। एक तौलिया में बर्फ के टुकड़े लपेटकर इसे अपने माथे पर 15-20 मिनट के लिए रखें।
  • अदरक: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो माइग्रेन के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप अदरक की चाय पी सकते हैं या अदरक का टुकड़ा चबा सकते हैं।
  • पुदीना: पुदीने में भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप पुदीने की चाय पी सकते हैं या पुदीने के तेल की मालिश कर सकते हैं।
  • लैवेंडर: लैवेंडर में सुगंधित गुण होते हैं जो माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप लैवेंडर की चाय पी सकते हैं या लैवेंडर के तेल की मालिश कर सकते हैं।
  • कैफीन: कैफीन रक्त वाहिकाओं को constrict कर सकता है, जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। आप कॉफी, चाय, या डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं।
  • मैग्नीशियम: मैग्नीशियम मांसपेशियोंको आराम देने में मदद कर सकता है, जो माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। आप मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, और बीज, खा सकते हैं।
  • ध्यान: ध्यान करने से तनाव और चिंता कम हो सकती है, जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं।
  • नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम माइग्रेन के अटैक की संख्या और तीव्रता को कम करने में मदद कर सकता है।
  • पर्याप्त नींद: पर्याप्त नींद लेने से माइग्रेन के अटैक को रोकने में मदद मिल सकती है।
  • तनाव से बचें: तनाव माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है। योग, ध्यान, और गहरी सांस लेने के व्यायाम तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • ट्रिगर से बचें: उन खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों से बचें जो आपके माइग्रेन को ट्रिगर करते हैं।
  • ध्यान दें: यदि आपको माइग्रेन के गंभीर लक्षण हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

What Our Patients Say

EXCELLENT

Based on 440 reviews
Lakhvinder Singh
Dr. Saxena is an exceptionally professional and compassionate doctor. From the moment I walked in, he made me feel comfortable and at ease
Pavan Pathak
Great service! The doctor was very friendly and executive was also very kind. I started seeing improvement within 3 weeks of the use of medicines which they prescribed.
Shubham Pazare
Overall nice experience with dr. DINESH SIR., He took responsibility that I want.. very humble and informative conversation with him... Thank you sir.
Zaid Khan
I was impressed by Dr. Dinesh thorough explanation of my condition and treatment options. The doctor's staff was friendly, efficient, and made me feel comfortable.
Suraj Singh
Dr shubham Saxena. He is so good to talk me and the solution was very easy I have to take medicine after 15 days I come back here for another reviews
Anurag Bharti
Rajeev saxena sir, he is super polite, loved the way he tackle my situation , got effect from day one. Medicine boosted my confidence.
Suryansh Prajapati
Dr. Dinesh is not only knowledgeable but also approachable. I felt comfortable asking questions and discussing my concerns
Ronak Gour
It was really easy and affordable. The doctor is very experienced overall good experience
Akash
Doctor Sahab is very kind & friendly. I had some problems in my gut & liver & i m seeing improvement within 10 days of the use of medicines which he prescribed.

Blog Categories

Let's Connect