हर्पीस(Herpes): एक छिपा हुआ वायरस, एक खुली किताब

हर्पीस(Herpes), यह शब्द शायद आपने सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह क्या है? हर्पीस(Herpes) एक आम वायरल संक्रमण है जो लाखों लोगों को प्रभावित करता है। यह एक ऐसा वायरस है जो आपके शरीर में सालों तक छिपा रह सकता है और फिर कभी भी लक्षण दिखा सकता है। इस ब्लॉग में हम आपको हर्पीस(Herpes) के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिससे आप इस संक्रमण को समझ सकें और इससे निपटने के तरीके जान सकें।

(Herpes)हर्पीस क्या है?

हर्पीस(Herpes) सिम्प्लेक्स वायरस (HSV) के कारण होने वाला एक संक्रमण है। यह एक आम वायरल संक्रमण है जो त्वचा पर छाले या घाव पैदा कर सकता है। हर्पीस के दो मुख्य प्रकार होते हैं:

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Source – Navbharat Times
  • HSV-1: यह मुख्य रूप से मुंह और चेहरे के आसपास के क्षेत्र को प्रभावित करता है। इसे ओरल हर्पीस(Herpes) भी कहा जाता है।
  • HSV-2: यह मुख्य रूप से जननांगों और गुदा के आसपास के क्षेत्र को प्रभावित करता है। इसे जननांग हर्पीस(Herpes) भी कहा जाता है।

हालांकि, HSV-1 जननांगों को भी प्रभावित कर सकता है और HSV-2 मुंह को भी प्रभावित कर सकता है।

(Herpes)हर्पीस के लक्षण

हर्पीस(Herpes) के लक्षण संक्रमण के प्रकार और गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • छाले: त्वचा पर दर्दनाक, खुजली वाले छाले जो फट सकते हैं और घाव बन सकते हैं।
  • जलन या झुनझुनी: छाले दिखाई देने से पहले प्रभावित क्षेत्र में जलन या झुनझुनी सनसनी।
  • बुखार: शरीर का तापमान बढ़ना।
  • मांसपेशियों में दर्द: थकान और शरीर में दर्द।
  • सिरदर्द: सिर में दर्द होना।
  • लिम्फ नोड्स में सूजन: गर्दन या ग्रोइन में लिम्फ नोड्स का बढ़ जाना।

(Herpes)हर्पीस के कारण

हर्पीस(Herpes) सिम्प्लेक्स वायरस (HSV) के कारण होता है। यह वायरस त्वचा के संपर्क में आने से फैलता है। एक बार संक्रमित होने के बाद, वायरस आपके शरीर में हमेशा के लिए रहता है। यह समय-समय पर सक्रिय हो सकता है और लक्षण पैदा कर सकता है।

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Source – OnlyMyHealth

हर्पीस(Herpes) का संक्रमण कैसे फैलता है:

  • सीधा संपर्क: हर्पीस(Herpes) के छालों या संक्रमित व्यक्ति के लार के सीधे संपर्क में आने से।
  • यौन संपर्क: जननांग हर्पीस(Herpes) आमतौर पर असुरक्षित यौन संबंध के माध्यम से फैलता है।
  • मां से बच्चे को: गर्भवती महिला से उसके बच्चे को जन्म के दौरान या बाद में।

(Herpes)हर्पीस का निदान

हर्पीस(Herpes) का निदान आमतौर पर निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:

  • शारीरिक परीक्षण: डॉक्टर आपके लक्षणों और मेडिकल इतिहास के आधार पर हर्पीस का निदान कर सकते हैं।
  • लैब टेस्ट: छालों से लिए गए सैंपल की जांच करके वायरस की पुष्टि की जा सकती है।
  • ब्लड टेस्ट: ब्लड टेस्ट से हर्पीस के लिए एंटीबॉडीज की जांच की जा सकती है।

(Herpes)हर्पीस का इलाज

हर्पीस(Herpes) का कोई स्थायी इलाज नहीं है। हालांकि, एंटीवायरल दवाएं लक्षणों की गंभीरता और अवधि को कम कर सकती हैं और भविष्य में होने वाले प्रकोपों को रोक सकती हैं।

genital herpes symptoms
Source – Patrika

हर्पीस(Herpes) के घरेलू उपाय:

  • ठंडी सिकाई: प्रभावित क्षेत्र पर ठंडी सिकाई करने से दर्द और सूजन कम हो सकती है।
  • गर्म पानी से स्नान: गर्म पानी से स्नान करने से दर्द से राहत मिल सकती है।
  • एलोवेरा: एलोवेरा जेल को प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से जलन और खुजली कम हो सकती है।
  • नारियल तेल: नारियल तेल को प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से त्वचा को नमी मिलती है और घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है।
  • लहसुन: लहसुन में एंटीवायरल गुण होते हैं जो हर्पीस के वायरस से लड़ने में मदद कर सकते हैं।

(Herpes)हर्पीस से बचाव

  • असुरक्षित यौन संबंध से बचें: कंडोम का इस्तेमाल करें।
  • संक्रमित व्यक्ति के साथ सीधा संपर्क से बचें: उनके छालों को न छुएं और उनके साथ बर्तन, तौलिया आदि साझा न करें।
  • अच्छी स्वच्छता बनाए रखें: अपने हाथों को बार-बार धोएं।
Pregnancy mein ladki hone par dard

हर्पीस(Herpes)से जुड़े मिथक और तथ्य:

मिथकतथ्य
हर्पीस(Herpes) केवल यौन संचारित रोग है।हर्पीस(Herpes) त्वचा के संपर्क से भी फैल सकता है।
हर्पीस(Herpes) का कोई इलाज नहीं है।हर्पीस(Herpes) का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं लक्षणों को कम कर सकती हैं।
हर्पीस(Herpes) केवल जननांगों को प्रभावित करता है।हर्पीस(Herpes) मुंह, चेहरे, और शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है।
हर्पीस(Herpes) वाले व्यक्ति हमेशा संक्रामक होते हैं।हर्पीस(Herpes) केवल छाले दिखाई देने पर ही संक्रामक होता है।

(Herpes)हर्पीस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

उत्तर: हर्पीस का कोई स्थायी इलाज नहीं है। हालांकि, दवाएं लक्षणों की गंभीरता और अवधि को कम कर सकती हैं और भविष्य में होने वाले प्रकोपों को रोक सकती हैं।

उत्तर: हां, अगर गर्भवती महिला को जननांग हर्पीस है, तो यह उसके बच्चे को जन्म के दौरान या बाद में संक्रमित कर सकता है। इससे बच्चे में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को हर्पीस के बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

उत्तर: तनाव, थकान, बीमारी, और धूप में अधिक देर तक रहने से हर्पीस का प्रकोप हो सकता है। इन ट्रिगर्स से बचकर आप प्रकोप को रोक सकते हैं।

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