हर्निया(hernia) रोग क्या है – समझिए इसके कारण, लक्षण और उपचार

हर्निया

हर्निया तब होता है जब शरीर के अंदरूनी अंग कमजोर जगह से बाहर निकल जाते हैं. यह आमतौर पर पेट की दीवार या ग्रोइन (जांघ) क्षेत्र में होता है.

आपकी मांसपेशियां और ऊतक आमतौर पर आपके अंगों को अपनी जगह पर रखते हैं. लेकिन, कमजोर जगह बनने पर, अंग उस जगह से बाहर निकल सकता है और एक गांठ बना सकता है. यह गांठ कभी दर्दनाक हो सकती है, खासकर खांसते, छींकते या जोर लगाते समय.

हर्निया के विभिन्न प्रकार (Types of Hernias):

  • इन्ग्वाइनल हर्निया (Inguinal Hernia): यह सबसे आम प्रकार का हर्निया है और यह तब होता है जब आंतの一部 (ichibu – a part) ग्रोइन क्षेत्र में ऊतकों के कमजोर स्थान से बाहर निकल जाती है. यह पुरुषों में ज्यादा आम है, लेकिन महिलाओं को भी हो सकता है.
  • उmbilical Hernia (नाभि हर्निया): यह तब होता है जब आंत का कुछ हिस्सा नाभि (naabi – belly button) के पास पेट की दीवार से बाहर निकल जाता है. यह नवजात शिशुओं में अधिक आम है और आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाता है.
  • Hiatal Hernia (हाइटल हर्निया): यह तब होता है जब आपके पेट का ऊपरी हिस्सा डायाफ्राम (diaphragm) के माध्यम से छाती गुहा में चला जाता है. डायाफ्राम आपकी छाती को आपके पेट से अलग करने वाली पेशी है.
  • Femoral Hernia (Femoral Hernia): यह कम आम प्रकार का हर्निया है और यह तब होता है जब आंत ग्रोइन क्षेत्र में महिलाओं के लिए मौजूद एक संकीर्ण मार्ग (femoral canal) से बाहर निकल जाती है.

हर्निया के कारण (Causes of Hernia):

  • जन्मजात कमजोरी (Congenital weakness): कुछ लोगों को जन्म से ही कमजोर मांसपेशियां या ऊतक होते हैं, जिससे उन्हें हर्निया का खतरा बढ़ जाता है.
  • भारी चीजों को उठाना (Lifting heavy objects): बार-बार भारी चीजों को उठाना या जोर लगाने से आपके पेट की दीवार पर दबाव पड़ सकता है और हर्निया का कारण बन सकता है.
  • लगातार खांसी या छींक (Chronic cough or sneezing): लगातार खांसी या छींकने से भी आपके पेट की दीवार पर दबाव पड़ सकता है.
  • गर्भावस्था (Pregnancy): गर्भावस्था के दौरान आपके पेट की दीवार पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे हर्निया का खतरा बढ़ सकता है.
  • मोटापा (Obesity): अधिक वजन होने से आपके पेट की दीवार पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है.
  • धूम्रपान (Smoking): धूम्रपान से आपके शरीर के ऊतक कमजोर हो सकते हैं, जिससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है.

हर्निया के लक्षण (Symptoms of Hernia):

  • आपके पेट या ग्रोइन क्षेत्र में एक गांठ
  • दर्द, खासकर खांसते, छींकते, या जोर लगाते समय
  • असुविधा या भारीपन की भावना
  • पेट फूलना या कब्ज

यदि आपको लगता है कि आपको हर्निया हो सकता है, तो डॉक्टर से बात करना जरूरी है. जल्दी से इलाज करने से जटिलताओं को रोका जा सकता है.

हर्निया के प्रकार(types of hernia)

हर्निया कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से सबसे आम हैं:

हर्निया

1. इन्ग्वाइनल हर्निया: यह सबसे आम प्रकार का हर्निया है और यह तब होता है जब आंत या अन्य ऊतक कमर में कमजोर जगह से बाहर निकल जाते हैं। यह पुरुषों में अधिक आम है, लेकिन महिलाओं को भी हो सकता है।

2. फैमोरल हर्निया: यह प्रकार का हर्निया महिलाओं में अधिक आम होता है और यह तब होता है जब आंत कमर में कमजोर जगह से बाहर निकलती है, जहां मुख्य रक्त वाहिकाएं पैरों तक जाती हैं।

3. हाइटल हर्निया:यह तब होता है जब पेट का ऊपरी हिस्सा डायाफ्राम के माध्यम से छाती में चला जाता है। डायाफ्राम वह पेशी है जो छाती को पेट से अलग करती है।

4. अम्बिलिकल हर्निया:यह तब होता है जब आंत नाभि के पास पेट की दीवार से बाहर निकल जाती है। यह नवजात शिशुओं में अधिक आम है, लेकिन वयस्कों में भी हो सकता है।

5. इंसिज़नल हर्निया:यह तब होता है जब सर्जरी के बाद पेट की दीवार में चीरा कमजोर हो जाता है और आंत या अन्य ऊतक बाहर निकल जाते हैं।

6. स्पाइगल हर्निया: यह एक दुर्लभ प्रकार का हर्निया है जो पेट के निचले हिस्से में होता है।

हर्निया के कारण:

हर्निया तब होता है जब पेट की दीवार में कमजोर जगह बन जाती है और आंत या अन्य ऊतक उस जगह से बाहर निकल जाते हैं। कमजोर जगह कई कारकों के कारण हो सकती है, जिनमें शामिल हैं:

  • जन्मजात कमजोरी: कुछ लोग जन्मजात कमजोर पेट की दीवार के साथ पैदा होते हैं, जिससे उन्हें हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।
  • भारी चीजों को उठाना: बार-बार भारी चीजों को उठाने या जोर लगाने से पेट की दीवार पर दबाव पड़ सकता है और हर्निया हो सकता है।
  • लगातार खांसी या छींकना: लगातार खांसी या छींकने से भी पेट की दीवार पर दबाव पड़ सकता है और हर्निया हो सकता है।
  • गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान, बढ़ता हुआ बच्चा पेट की दीवार पर दबाव डालता है, जिससे हर्निया हो सकता है।
  • मोटापा: अधिक वजन होने से पेट की दीवार पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है, जिससे हर्निया हो सकता है।
  • धूम्रपान: धूम्रपान से कोलेजन टूट जाता है, एक प्रोटीन जो पेट की दीवार को मजबूत बनाने में मदद करता है। इससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।

हर्निया के लक्षण:

हर्निया के लक्षण हर्निया के प्रकार और उसकी गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • पेट या कमर में एक गांठ: यह हर्निया का सबसे आम लक्षण है। गांठ खड़े होने, खांसने, छींकने या जोर लगाने पर अधिक ध्यान देने योग्य हो सकती है।
  • दर्द: हर्निया वाले क्षेत्र में दर्द हो सकता है, खासकर खांसने, छींकने या जोर लगाने पर।
  • असुविधा या भारीपन की भावना: हर्निया वाले क्षेत्र में असुविधा या भारीपन की भावना हो सकती है।
  • पेट फूलना या कब्ज: हर्निया कभी-कभी आंतों को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे पेट फूलना और कब्ज हो सकती है।

हर्निया के कारण (Causes of Hernia)

हर्निया तब होता है जब पेट की दीवार में कमजोरी या छेद हो जाता है और आंत या अन्य ऊतक उस जगह से बाहर निकल जाते हैं। यह आमतौर पर पेट के निचले हिस्से या कमर में होता है।

हर्निया के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

1. जन्मजात कमजोरी (Congenital weakness): कुछ लोग जन्मजात रूप से कमजोर पेट की दीवार के साथ पैदा होते हैं, जिससे उन्हें हर्निया का खतरा बढ़ जाता है। यह कमजोरी मांसपेशियों या ऊतकों में दोष के कारण हो सकती है।

2. बढ़ा हुआ दबाव (Increased pressure): पेट की दीवार पर बढ़ा हुआ दबाव हर्निया का कारण बन सकता है। यह भारी चीजों को उठाने, लगातार खांसी या छींकने, गर्भावस्था, मोटापे या पुरानी कब्ज के कारण हो सकता है।

3. उम्र बढ़ना (Aging): जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हमारी पेट की दीवारें कमजोर होती जाती हैं। इससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है, खासकर पुरुषों में।

4. पूर्व की सर्जरी (Prior surgery): यदि आपके पेट पर पहले सर्जरी हुई है, तो चीरे के आसपास की जगह कमजोर हो सकती है और हर्निया हो सकता है।

5. धूम्रपान (Smoking): धूम्रपान से कोलेजन का टूटना होता है, जो एक प्रोटीन है जो आपकी त्वचा और ऊतकों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इससे पेट की दीवार कमजोर हो सकती है और हर्निया का खतरा बढ़ सकता है।

6. पुरुष लिंग (Male sex): पुरुषों में महिलाओं की तुलना में हर्निया होने का खतरा चार गुना अधिक होता है। इसका कारण यह है कि पुरुषों में कमजोर पेट की दीवार होती है और वे भारी चीजों को उठाने जैसे हर्निया के जोखिम वाले कारकों के संपर्क में आने की अधिक संभावना रखते हैं।

7. कुछ चिकित्सा स्थितियां (Certain medical conditions): कुछ चिकित्सा स्थितियां, जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस या मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, हर्निया के खतरे को बढ़ा सकती हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी लोगों में उपरोक्त जोखिम कारक नहीं होते हैं जिनके पास हर्निया होता है।

यदि आपको लगता है कि आपको हर्निया हो सकता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। वे आपके हर्निया के कारण का पता लगाने और उचित उपचार की सिफारिश करने में मदद कर सकते हैं।

हर्निया के लक्षण (Symptoms of Hernia)

हर्निया के लक्षण हर्निया के प्रकार और उसकी गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

Source – Patrika

1. गांठ (Bulge): पेट या कमर में एक गांठ जो खड़े होने, खांसने, छींकने या जोर लगाने पर अधिक ध्यान देने योग्य हो सकती है। लेटने पर यह गांठ गायब भी हो सकती है।

2. दर्द (Pain): हर्निया वाले क्षेत्र में दर्द, खासकर खांसने, छींकने या जोर लगाते समय। यह दर्द तेज या सुस्त हो सकता है।

3. असुविधा या भारीपन की भावना (Discomfort or a heavy sensation): हर्निया वाले क्षेत्र में असुविधा या भारीपन की भावना।

4. पेट फूलना या कब्ज (Bloating or constipation): हर्निया कभी-कभी आंतों को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे पेट फूलना और कब्ज हो सकती है।

कुछ गंभीर लक्षणों पर ध्यान दें जिनका मतलब हो सकता है कि तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता है:

  • अचानक तेज दर्द (Sudden severe pain): हर्निया वाले क्षेत्र में अचानक तेज दर्द इस बात का संकेत हो सकता है कि अंग का कुछ हिस्सा फंस गया है और रक्त प्रवाह कम हो गया है।
  • मतली और उल्टी (Nausea and vomiting): यह भी इस बात का संकेत हो सकता है कि आंतों में रुकावट है।
  • सूजन या लालिमा (Swelling or redness): हर्निया वाले क्षेत्र में सूजन या लालिमा संक्रमण का संकेत हो सकता है।

यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जल्दी से इलाज करने से जटिलताओं को रोका जा सकता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी हर्निया दर्दनाक नहीं होते हैं। कुछ लोगों में कोई लक्षण बिल्कुल भी नहीं होते हैं।

यदि आपको लगता है कि आपको हर्निया हो सकता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, भले ही आपको कोई लक्षण न दिखाई दे। डॉक्टर शारीरिक जांच और इमेजिंग परीक्षणों जैसे कि अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन या एमआरआई का उपयोग करके हर्निया का निदान कर सकते हैं।

हर्निया का इलाज आमतौर पर सर्जरी द्वारा किया जाता है। सर्जरी का लक्ष्य कमजोर जगह को मजबूत करना और अंग को वापस उसकी सही जगह पर रखना है।

सर्जरी के दो मुख्य प्रकार हैं:

  • ओपन सर्जरी (Open surgery): डॉक्टर आपके पेट में एक चीरा लगाएंगे और हर्निया की मरम्मत करेंगे।
  • लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery): डॉक्टर आपके पेट में कई छोटे चीरों के माध्यम से एक पतली ट्यूब और एक कैमरा डालेंगे। कैमरे का उपयोग सर्जन को हर्निया को देखने और मरम्मत करने में मदद करने के लिए किया जाएगा।

सर्जरी के बाद:

  • आपको आमतौर पर कुछ दिनों के लिए अस्पताल में रहने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • आपको कुछ हफ्तों तक भारी गतिविधियों से बचना होगा, लेकिन आप धीरे-धीरे अपनी सामान्य गतिविधियों में लौट सकते हैं।

हर्निया को रोकने के लिए आप कुछ चीजें कर सकते हैं:

  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने से हर्निया के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है.
  • नियमित व्यायाम करें: व्यायाम आपका वजन कम रखने और आपकी पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
  • भारी चीजें उठाने से सावधान रहें: जब आप भारी चीजें उठाते हैं तो अपने पेट की मांसपेशियों को सहारा देने के लिए अपनी पीठ के निचले हिस्से का उपयोग करें

हर्निया का निदान (Diagnosis of Hernia)

हर्निया का निदान आमतौर पर डॉक्टर द्वारा शारीरिक जांच और आपके लक्षणों के बारे में सवाल पूछकर किया जाता है।

कुछ मामलों में, डॉक्टर हर्निया की पुष्टि करने और इसकी गंभीरता का आकलन करने के लिए इमेजिंग परीक्षणों का भी आदेश दे सकते हैं।

Source – OMNI Hospitals

शारीरिक जांच:

डॉक्टर आपके पेट या कमर के क्षेत्र की जांच करेंगे, जिसमें वे:

  • गांठ (Bulge) की तलाश करेंगे: वे देखेंगे कि क्या खड़े होने, खांसने, छींकने या जोर लगाने पर कोई गांठ दिखाई देती है।
  • दर्द की जांच करेंगे: वे हर्निया वाले क्षेत्र को दबाकर देखेंगे कि क्या आपको दर्द होता है।
  • हर्निया के प्रकार का पता लगाने की कोशिश करेंगे: वे हर्निया के प्रकार का पता लगाने के लिए गांठ को महसूस करेंगे।

सवाल:

डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों, चिकित्सा इतिहास और जीवनशैली के बारे में सवाल पूछेंगे।

इन सवालों में शामिल हो सकते हैं:

  • आपको कब से लक्षण महसूस हो रहे हैं?
  • क्या आपको दर्द होता है?
  • दर्द कैसा होता है?
  • क्या आपको कभी सर्जरी हुई है?
  • क्या आप धूम्रपान करते हैं?
  • क्या आप अधिक वजन वाले हैं?
  • क्या आपके परिवार में किसी को हर्निया हुआ है?

इमेजिंग परीक्षण:

कुछ मामलों में, डॉक्टर हर्निया की पुष्टि करने और इसकी गंभीरता का आकलन करने के लिए इमेजिंग परीक्षणों का आदेश दे सकते हैं।

इन परीक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): यह आंतरिक अंगों की छवियां बनाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करता है.
  • सीटी स्कैन (CT scan): यह शरीर के विस्तृत चित्र बनाने के लिए एक्स-रे का उपयोग करता है.
  • एमआरआई (MRI): यह शरीर के अंगों और ऊतकों की विस्तृत छवियां बनाने के लिए चुंबकीय क्षेत्र और रेडियो तरंगों का उपयोग करता है.

हर्निया का निदान आमतौर पर इन तरीकों के संयोजन से किया जाता है।

यदि आपको लगता है कि आपको हर्निया हो सकता है, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है।

जल्दी से निदान और उपचार जटिलताओं को रोकने में मदद कर सकता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी हर्निया दर्दनाक नहीं होते हैं। कुछ लोगों में कोई लक्षण बिल्कुल भी नहीं होते हैं।

यदि आपको लगता है कि आपको हर्निया हो सकता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, भले ही आपको कोई लक्षण न दिखाई दे।

हर्निया का इलाज (Treatment of Hernia)

हर्निया का इलाज आमतौर पर सर्जरी द्वारा किया जाता है। सर्जरी का लक्ष्य कमजोर जगह को मजबूत करना और अंग को वापस उसकी सही जगह पर रखना है।

Source – www.harniakailaj.com

सर्जरी के दो मुख्य प्रकार हैं:

1. ओपन सर्जरी (Open surgery):

  • डॉक्टर आपके पेट में एक चीरा लगाएंगे और हर्निया की मरम्मत करेंगे।
  • यह पारंपरिक हर्निया मरम्मत विधि है।
  • यह बड़े हर्निया या जटिल हर्निया वाले लोगों के लिए उपयुक्त हो सकता है।

2. लैप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic surgery):

  • डॉक्टर आपके पेट में कई छोटे चीरों के माध्यम से एक पतली ट्यूब और एक कैमरा डालेंगे।
  • कैमरे का उपयोग सर्जन को हर्निया को देखने और मरम्मत करने में मदद करने के लिए किया जाएगा।
  • यह कम आक्रामक सर्जरी है और इसमें तेजी से ठीक होना होता है।
  • यह छोटे हर्निया वाले लोगों के लिए उपयुक्त हो सकता है।

सर्जरी के बाद:

  • आपको आमतौर पर कुछ दिनों के लिए अस्पताल में रहने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • आपको कुछ हफ्तों तक भारी गतिविधियों से बचना होगा, लेकिन आप धीरे-धीरे अपनी सामान्य गतिविधियों में लौट सकते हैं।
  • डॉक्टर आपको दर्द और सूजन को कम करने के लिए दवाएं लिख सकते हैं।
  • आपको यह सुनिश्चित करने के लिए कि सर्जरी ठीक हो रही है, नियमित रूप से डॉक्टर से मिलना होगा।

हर्निया के इलाज के कुछ संभावित जोखिम और जटिलताएं हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • संक्रमण: सर्जरी के बाद संक्रमण हो सकता है।
  • रक्तस्राव: सर्जरी के दौरान या बाद में रक्तस्राव हो सकता है।
  • दर्द: सर्जरी के बाद कुछ दर्द हो सकता है।
  • जाल अस्वीकृति: यदि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में जाल का उपयोग किया जाता है, तो शरीर जाल को अस्वीकार कर सकता है।
  • पुनरावृत्ति: हर्निया फिर से हो सकता है, खासकर अगर आप भारी चीजें उठाते रहते हैं या खराब आहार लेते हैं।

हर्निया को रोकने के लिए आप कुछ चीजें कर सकते हैं:

  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने से हर्निया के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है.
  • नियमित व्यायाम करें: व्यायाम आपका वजन कम रखने और आपकी पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
  • भारी चीजें उठाने से सावधान रहें: जब आप भारी चीजें उठाते हैं तो अपने पेट की मांसपेशियों को सहारा देने के लिए अपनी पीठ के निचले हिस्से का उपयोग करें।
  • धूम्रपान न करें: धूम्रपान से आपके फेफड़ों में सूजन आ जाती है, जो आपके पेट की दबाव को बढ़ा सकता है और हर्निया का खतरा बढ़ा सकता है।
  • कब्ज से बचें: कब्ज होने पर मल त्याग करने में जोर लगाना पड़ सकता है, जिससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है। फाइबर युक्त भोजन खाने और पर्याप्त तरल पदार्थ पीने से कब्ज को रोका जा सकता है।

यदि आपको लगता है कि आपको हर्निया हो सकता है, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। जल्दी से निदान और उपचार जटिलताओं को रोकने में मदद कर सकता है।

हर्निया सर्जरी के बाद देखभाल (Hernia Surgery Aftercare)

हर्निया सर्जरी के बाद, आपकी रिकवरी में तेजी लाने और जटिलताओं को रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए।

Source – Trainity Bariatric Institute

यहाँ कुछ सामान्य निर्देश दिए गए हैं:

1. आराम करें:

  • सर्जरी के बाद पहले कुछ दिनों में भरपूर आराम करें।
  • भारी गतिविधियों से बचें, जैसे कि भारी चीजें उठाना, झुकना या दौड़ना।
  • यदि आपको दर्द होता है, तो डॉक्टर द्वारा बताई गई दर्द निवारक दवाएं लें।

2. घाव की देखभाल:

  • डॉक्टर के निर्देशानुसार अपने घाव को साफ और सूखा रखें।
  • घाव पर किसी भी संकेतों पर ध्यान दें जैसे कि लालिमा, सूजन, या रिसाव, और यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण देखते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं।
  • जब तक डॉक्टर आपको अनुमति न दें तब तक तैरने या स्नान करने से बचें।

3. आहार:

  • हल्का और पौष्टिक भोजन खाएं।
  • कब्ज से बचने के लिए फाइबर युक्त भोजन और भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें।
  • गैस और सूजन पैदा करने वाले भोजन से बचें।

4. गतिविधि:

  • धीरे-धीरे अपनी सामान्य गतिविधियों में लौटें।
  • भारी गतिविधियों को फिर से शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • जब आप खांसते, छींकते या जोर लगाते हैं तो अपनी पेट की मांसपेशियों को सहारा देने के लिए खांसी तकिया का उपयोग करें।

5. अनुवर्ती देखभाल:

  • अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित सभी अनुवर्ती मुलाकातों में जाएं।
  • वे आपके घाव की जांच करेंगे और आपकी प्रगति की निगरानी करेंगे।
  • यदि आपको कोई प्रश्न या चिंता है तो अपने डॉक्टर से पूछने में संकोच न करें।

कुछ अतिरिक्त सुझाव:

  • धूम्रपान न करें, क्योंकि यह घाव भरने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है।
  • तनाव को कम करें, क्योंकि यह दर्द और सूजन को बढ़ा सकता है।
  • यदि आपको कब्ज है, तो अपने डॉक्टर से मल त्याग को आसान बनाने के लिए दवाएं लेने के बारे में पूछें।
  • यदि आपको कोई बुखार, ठंड लगना या मतली और उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हर व्यक्ति की रिकवरी अलग होती है। अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें और यदि आपको कोई चिंता है तो उनसे संपर्क करें।

यहां कुछ संसाधन दिए गए हैं जो आपको उपयोगी लग सकते हैं:

हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।

हर्निया से बचाव (Preventing Hernia)

हर्निया से पूरी तरह से बचाव करना मुश्किल है, लेकिन आप हर्निया के खतरे को कम करने के लिए कई चीजें कर सकते हैं।

यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं:

Source – Everyday Health

1. स्वस्थ वजन बनाए रखें:

अधिक वजन या मोटापा पेट की दीवार पर दबाव डालता है, जिससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।

  • स्वस्थ आहार लें जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो धीरे-धीरे और स्वस्थ तरीके से वजन कम करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।

2. धूम्रपान छोड़ें:

धूम्रपान से कोलेजन का टूटना होता है, जो एक प्रोटीन है जो आपकी त्वचा और ऊतकों को मजबूत बनाता है।

  • धूम्रपान न करने से पेट की दीवार मजबूत रहती है और हर्निया का खतरा कम होता है।
  • यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो छोड़ने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।

3. भारी चीजें उठाने का उचित तरीका अपनाएं:

जब आप भारी चीजें उठाते हैं, तो अपनी पीठ की मांसपेशियों का उपयोग वजन उठाने के लिए करें, न कि पेट की मांसपेशियों का।

  • अपने घुटनों को मोड़ें और अपनी पीठ को सीधा रखें।
  • वजन को अपने करीब रखें।
  • यदि आप भारी वजन उठा रहे हैं, तो किसी की मदद लें।

4. पुरानी खांसी या छींक का इलाज कराएं:

लगातार खांसी या छींकने से पेट की दीवार पर दबाव पड़ सकता है और हर्निया का खतरा बढ़ सकता है।

  • यदि आपको एलर्जी या अस्थमा है, तो इन स्थितियों का इलाज करवाएं।
  • यदि आपको पुरानी खांसी है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।

5. नियमित रूप से व्यायाम करें:

नियमित व्यायाम पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और वजन कम करने में मदद करता है, जो दोनों ही हर्निया के खतरे को कम करने में मदद करते हैं।

  • सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाला एरोबिक व्यायाम करें, जैसे कि तेज चलना या तैरना।
  • सप्ताह में कम से कम दो दिन मांसपेशियों को मजबूत बनाने वाले व्यायाम करें, जैसे कि भारोत्तोलन या सिट-अप।

6. कब्ज से बचें:

कब्ज होने पर मल त्याग करने में जोर लगाना पड़ सकता है, जिससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।

  • फाइबर युक्त भोजन और भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करें।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • यदि आपको कब्ज है, तो अपने डॉक्टर से मल त्याग को आसान बनाने के लिए दवाएं लेने के बारे में पूछें।

7. यदि आपको पहले हर्निया हो चुका है, तो सावधान रहें:

यदि आपको पहले हर्निया हो चुका है, तो आपको फिर से हर्निया होने का खतरा अधिक होता है।

  • अपने डॉक्टर से बात करें कि आप हर्निया के खतरे को कम करने के लिए क्या कर सकते हैं।
  • यदि आपको कोई नया लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सभी के लिए ये सभी रोकथाम के तरीके उपयुक्त नहीं हो सकते हैं।

यदि आपको हर्निया के खतरे बढ़ने के बारे में चिंता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपके व्यक्तिगत जोखिम कारकों का आकलन कर सकते हैं और आपको हर्निया को रोकने के लिए सर्वोत्तम तरीके के बारे में सलाह दे सकते हैं।

हर्निया से जुड़े आम प्रश्न

Source – translate.google.com

1. हर्निया क्या है?

हर्निया तब होता है जब आंत या अन्य अंग कमजोर जगह से पेट की दीवार से निकल जाते हैं। यह आमतौर पर पेट के निचले हिस्से, कमर या जांघ में होता है।

2. हर्निया के क्या लक्षण हैं?

हर्निया के लक्षणों में शामिल हैं:

  • गांठ: पेट या कमर में एक गांठ जो खड़े होने, खांसने, छींकने या जोर लगाने पर अधिक ध्यान देने योग्य हो सकती है। लेटने पर यह गांठ गायब भी हो सकती है।
  • दर्द: हर्निया वाले क्षेत्र में दर्द, खासकर खांसने, छींकने या जोर लगाते समय। यह दर्द तेज या सुस्त हो सकता है।
  • असुविधा या भारीपन की भावना: हर्निया वाले क्षेत्र में असुविधा या भारीपन की भावना।
  • पेट फूलना या कब्ज: हर्निया कभी-कभी आंतों को अवरुद्ध कर सकता है, जिससे पेट फूलना और कब्ज हो सकती है।

3. हर्निया के क्या कारण हैं?

हर्निया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • कमजोर पेट की दीवार: जन्मजात कमजोरी, चोट, या सर्जरी पेट की दीवार को कमजोर कर सकती है और हर्निया का कारण बन सकती है।
  • बढ़ता हुआ दबाव: पेट की दीवार पर दबाव बढ़ने से हर्निया हो सकता है। यह भारी वजन उठाने, खांसी, छींकने, कब्ज, या गर्भावस्था के कारण हो सकता है।
  • मोटापा: अधिक वजन या मोटापे से पेट की दीवार पर दबाव बढ़ सकता है और हर्निया का खतरा बढ़ सकता है।

4. हर्निया का इलाज कैसे किया जाता है?

हर्निया का इलाज आमतौर पर सर्जरी द्वारा किया जाता है। सर्जरी का लक्ष्य कमजोर जगह को मजबूत करना और अंग को वापस उसकी सही जगह पर रखना है।

सर्जरी के दो मुख्य प्रकार हैं:

  • ओपन सर्जरी: डॉक्टर आपके पेट में एक चीरा लगाएंगे और हर्निया की मरम्मत करेंगे।
  • लैप्रोस्कोपिक सर्जरी: डॉक्टर आपके पेट में कई छोटे चीरों के माध्यम से एक पतली ट्यूब और एक कैमरा डालेंगे। कैमरे का उपयोग सर्जन को हर्निया को देखने और मरम्मत करने में मदद करने के लिए किया जाएगा।

5. हर्निया को कैसे रोका जा सकता है?

हर्निया से पूरी तरह से बचाव करना मुश्किल है, लेकिन आप हर्निया के खतरे को कम करने के लिए कई चीजें कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • स्वस्थ वजन बनाए रखें: यदि आप अधिक वजन वाले हैं, तो वजन कम करने से हर्निया के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है.
  • नियमित व्यायाम करें: व्यायाम आपका वजन कम रखने और आपकी पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
  • भारी चीजें उठाने से सावधान रहें: जब आप भारी चीजें उठाते हैं तो अपने पेट की मांसपेशियों को सहारा देने के लिए अपनी पीठ के निचले हिस्से का उपयोग करें।
  • धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान से आपके फेफड़ों में सूजन आ जाती है, जो आपके पेट की दबाव को बढ़ा सकता है और हर्निया का खतरा बढ़ा सकता है।
  • कब्ज से बचें: कब्ज होने पर मल त्याग करने में जोर लगाना पड़ सकता है, जिससे हर्निया का खतरा बढ़ जाता है। फाइबर युक्त भोजन खाने और पर्याप्त तरल पदार्थ पीने से कब्ज को रोका जा सकता है।

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